Chaitra Navratri 2025: इन 5 चीजों को नवरात्रि में भूलकर भी न खरीदें, वरना सालभर रहेंगे परेशान!
चैत्र नवरात्रि 2025 का शुभ पर्व 30 मार्च से 7 अप्रैल तक मनाया जाएगा। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में नवरात्रि को बेहद पवित्र माना जाता है, और इन नौ दिनों में कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए, ताकि पूजा का संपूर्ण फल प्राप्त हो सके। खासतौर पर, नवरात्रि में कुछ वस्तुएं खरीदना अशुभ माना जाता है, जिससे व्यक्ति को सालभर आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं वे 5 चीजें, जिन्हें नवरात्रि के दौरान खरीदने से बचना चाहिए।
1. काले रंग के कपड़े
काले रंग को शनि देव से जुड़ा माना जाता है और यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। इसलिए नवरात्रि के नौ दिनों में इस रंग के कपड़े खरीदने और पहनने से बचना चाहिए।
2. नुकीली चीजें
नवरात्रि के दौरान चाकू, कैंची और सुई जैसी नुकीली वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ये चीजें घर में कलह और नकारात्मकता को बढ़ाती हैं, जिससे परिवार में अशांति बनी रहती है।
3. लोहे का सामान
नवरात्रि के दिनों में लोहे से बनी वस्तुएं, जैसे कि किचन के बर्तन, फर्नीचर या अन्य धातु से बनी चीजें खरीदने से बचना चाहिए। कहा जाता है कि यह आर्थिक परेशानियों और धन हानि का कारण बन सकता है।
4. इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
नवरात्रि के दौरान मोबाइल फोन, लैपटॉप, टीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम खरीदने की मनाही होती है। मान्यता है कि इस समय इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने से कुंडली में ग्रह दोष उत्पन्न हो सकता है, जिससे जीवन में बाधाएं आने लगती हैं।
5. चमड़े से बनी चीजें
नवरात्रि में चमड़े से बनी वस्तुएं, जैसे कि बेल्ट, बैग, जूते आदि खरीदने और इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। चमड़ा पशु उत्पादों से बनता है और इन नौ दिनों में सात्त्विक जीवनशैली अपनाने पर जोर दिया जाता है।
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना का विशेष महत्व होता है। वर्ष 2025 में घट स्थापना का शुभ मुहूर्त इस प्रकार रहेगा:
🔹 सुबह: 06:13 AM से 10:22 AM तक
🔹 अभिजीत मुहूर्त: 12:01 PM से 12:50 PM तक
घट स्थापना की आवश्यक सामग्री
- मिट्टी का बर्तन और कलश
- अनाज (जौ), पवित्र मिट्टी
- आम या अशोक के पत्ते
- गंगाजल, सुपारी, मौली, रोली
- जटा वाला नारियल और लाल कपड़ा
- इलायची, लौंग, कपूर, हल्दी, अक्षत
- अखंड ज्योति के लिए बड़ा दीया
घट स्थापना विधि
नवरात्रि के पहले दिन स्नान करने के बाद, घर के पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें। उत्तर-पूर्व दिशा में मिट्टी का बर्तन रखें और उसमें जौ बोएं। फिर कलश में जल भरकर उसमें सुपारी, सिक्का, इलायची डालें और उस पर आम के पत्ते रखें। नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश पर स्थापित करें। इसके बाद अखंड ज्योत जलाकर मां दुर्गा की पूजा करें।
🚩 जय माता दी! 🚩