मार्च 2025 में सोने की कीमत:तेजी से बढ़ रहा सोने का दाम जानिये कितना बढ़ी महंगाई
आज की तारीख 2 अप्रैल 2025, रात 10:51 बजे PDT है, और भारत में मार्च 2025 में सोने की कीमत को लेकर निवेशकों और आम लोगों में जबरदस्त उत्सुकता देखी जा रही है। सोना हमेशा से भारत में एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प और सांस्कृतिक प्रतीक रहा है। मार्च 2025 के दौरान सोने की कीमत ने कई रिकॉर्ड तोड़े, जो वैश्विक और घरेलू आर्थिक कारकों से प्रभावित रही। इस लेख में हम मार्च 2025 में सोने की कीमत के उतार-चढ़ाव, इसके पीछे के कारणों, भविष्य के अनुमानों, और निवेशकों के लिए सुझावों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
मार्च 2025 में सोने की कीमत: रुझान और आंकड़े
मार्च 2025 में सोने की कीमत ने उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की। विभिन्न स्रोतों के अनुसार, महीने की शुरुआत में 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 86,000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो मध्य मार्च तक बढ़कर 88,946 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। महीने के अंत तक यह आंकड़ा 89,620 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो पिछले कुछ महीनों में लगातार बढ़ते रुझान का परिणाम था। 22 कैरेट सोने की कीमत भी इसी अनुपात में बढ़ी, जो मार्च की शुरुआत में 79,172 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 82,150 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। यह वृद्धि निवेशकों के लिए चिंता और अवसर दोनों लेकर आई।
सोने की कीमत में यह उछाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दामों के साथ-साथ भारतीय रुपये की कमजोरी और मांग में वृद्धि से प्रभावित हुआ। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, मार्च 2025 में सोने की कीमत प्रति औंस 3,000 डॉलर से ऊपर पहुंच गई, जो साल की शुरुआत से लगभग 12% की वृद्धि दर्शाती है। यह रुझान भारत में मार्च 2025 में सोने की कीमत को और ऊंचा करने में महत्वपूर्ण रहा।
मार्च 2025 में सोने की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक
मार्च 2025 में सोने की कीमत में बदलाव कई वैश्विक और स्थानीय कारकों के कारण हुआ। इनमें प्रमुख हैं:
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: मार्च 2025 में गाजा और यूक्रेन में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश की ओर धकेला। सोना हमेशा से एक सुरक्षित आश्रय (safe-haven) माना जाता रहा है, जिसके कारण इसकी मांग बढ़ी और सोने की कीमत में तेजी आई।
- अमेरिकी डॉलर और ब्याज दरें: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति ने भी मार्च 2025 में सोने की कीमत को प्रभावित किया। फेड की ओर से ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने डॉलर की ताकत को कम किया, जिससे सोने की कीमत में वृद्धि हुई। कम ब्याज दरें सोने को और आकर्षक बनाती हैं, क्योंकि यह ब्याज नहीं देता।
- केंद्रीय बैंकों की खरीद: मार्च 2025 में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और अन्य देशों के केंद्रीय बैंकों ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी बढ़ाई। RBI ने फरवरी 2025 में सोने की खरीद को रोकने के बाद मार्च में फिर से खरीद शुरू की, जिससे सोने की कीमत को समर्थन मिला।
- मांग और आपूर्ति: भारत में शादी और त्योहारों के मौसम के चलते सोने की मांग में वृद्धि हुई। हालांकि, उच्च कीमतों के कारण गहनों की मांग में कमी आई, लेकिन निवेशकों ने सिक्कों और बार में निवेश बढ़ाया, जिससे मार्च 2025 में सोने की कीमत स्थिर रही।
- रुपये की कमजोरी: मार्च 2025 में भारतीय रुपये में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 1.3% की गिरावट आई, जिसने आयातित सोने की कीमत को बढ़ाया और स्थानीय बाजार में सोने की कीमत को प्रभावित किया।
मार्च 2025 में सोने की कीमत: क्षेत्रीय बदलाव
मार्च 2025 में सोने की कीमत शहरों के बीच मामूली अंतर के साथ भिन्न रही। उदाहरण के लिए, हैदराबाद और चेन्नई में 24 कैरेट सोने की कीमत 87,620 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जबकि दिल्ली और मुंबई में यह 89,620 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास रही। यह अंतर स्थानीय करों, परिवहन लागत, और ज्वेलर्स की मेकिंग चार्जेज के कारण था। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी मांग के आधार पर सोने की कीमत में बदलाव देखा गया।
निवेशकों के लिए प्रभाव और अवसर
मार्च 2025 में सोने की कीमत में वृद्धि ने निवेशकों को दोहरी स्थिति में डाल दिया। एक ओर, जहां मौजूदा निवेशकों ने लाभ कमाया, वहीं नए निवेशकों के लिए कीमतें खरीदने के लिए चुनौतीपूर्ण रहीं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सोने की कीमत में मामूली सुधार होता है, तो यह निवेश के लिए अच्छा अवसर हो सकता है। सोने में निवेश के लिए सोवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) और गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) जैसे विकल्प भी लोकप्रिय रहे।
हालांकि, उच्च कीमतों के कारण गहनों की मांग में कमी आई, जिससे पुराने सोने की बिक्री बढ़ी। मार्च 2025 में, कई उपभोक्ताओं ने कीमतों में स्थिरता की उम्मीद में खरीदारी टाल दी, लेकिन निवेश मांग मजबूत रही।
भविष्य का अनुमान: अप्रैल 2025 और आगे
विशेषज्ञों के अनुसार, मार्च 2025 में सोने की कीमत के रुझान को देखते हुए अप्रैल 2025 में भी कीमतें स्थिर या मामूली बढ़ सकती हैं। कुछ अनुमानों में कहा गया है कि अगर वैश्विक तनाव बना रहा और अमेरिकी फेड ने ब्याज दरों में और कटौती की, तो सोने की कीमत 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार जा सकती है। वहीं, अगर मांग कम हुई या डॉलर मजबूत हुआ, तो कीमतों में मामूली गिरावट भी संभव है।
निष्कर्ष
मार्च 2025 में सोने की कीमत ने नई ऊंचाइयों को छुआ, जो वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, केंद्रीय बैंकों की खरीद, और रुपये की कमजोरी का परिणाम था। यह वृद्धि निवेशकों के लिए लाभ और चुनौती दोनों लेकर आई। अगर आप सोने में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो बाजार के रुझानों पर नजर रखना और विशेषज्ञ सलाह लेना महत्वपूर्ण होगा।
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